पेट की गर्मी कैसे दूर करें
दोस्तों हम आज इस लेख में पेट की गर्मी कैसे दूर करें के बारे में जानकारी दूंगा गर्मी के मौसम में रातें छोटी तथा दिन बड़ा होने के कारण सर्दियों की तुलना में भोजन देर में पचता है और शरीर में कफ का प्रभाव घटता परंतु वायु का प्रभाव बढ़ता है गर्मी के मौसम में पित्त प्रधान होता है। इसकी उत्पत्ति का मुख्य कारक दाह है जिसके कारण पेट में गर्मी बढ़ती है। तो चलो हम आगे जानते है पेट की गर्मी कैसे दूर करें
पेट की गर्मी कैसे दूर करें,
अब प्रश्न उठता है कि पेट की गर्मी कैसे दूर करें तो दैनिक दिनचर्या में अपने आहार में बदलाव करके पेट की गर्मी को दूर किया जा सकता है।
पेट की गर्मी को दूर करने वाले आहार
1. पेट की गर्मी को दूर करने वाले अनाज-
ग्रीष्म ऋतु में ऐसे अनाज का सेवन करें जो मीठे, शीतल, हल्के तथा पतले हों। जैसे गेहूं, जौ, गेहूं की रोटी, भात, चना और दलिया, चावल के सत्तू ,(जौ का सत्तू गर्मियों में विशेष रूप से लाभदायक होता है),आदि गर्मियों में भूख से एक रोटी कम खाना, हल्का सुपाच्य भोजन करना तथा शुद्ध जल पीना सर्वोत्तम है।
परहेज-
गर्मी के मौसम में पेट की गर्मी से बचने के लिए मिर्च-मसाले, तेल-घी, चाय-कॉफी आदि गर्म वस्तुओं का उपयोग कम से कम करें।
2. पेट की गर्मी को दूर करने वाली सब्जियां-
पेट की गर्मी को दूर करने के लिए सब्जियों में काशीफल (कद्दू), तोरई, लौकी, कच्चा केला, पुदीना, पालक, परवल, चौलाई, पेठा, कच्चा पपीता, करेला, कच्चा तरबूज, प्याज, सलाद आदि का सेवन करें। पढ़ते रहें पेट की गर्मी कैसे दूर करें
3. पेट की गर्मी को दूर करने वाले फल-
गर्मी के मौसम में पेट की गर्मी को दूर करने के लिए फल में अंगूर, संतरा, केला, नीबू, जामुन, शहतूत, फालसा, लीची, खीरा, तरबूज, बेल और आम के फल तथा रस उपयोगी होते हैं। उबालकर ठंडा किया हुआ दूध, दही (लेकिन रात में दही न लें), मट्ठा, गन्ने का रस, कच्चा नारियल या उसका पानी, सौंफ, मिश्री, मक्खन, आंवले का मुरब्बा, धनिया- पुदीना।
परहेज-
पेट की गर्मी से बचने के लिए चाट, तली और अधिक पकी वस्तुएं, अधिक मसाले, लहसुन, उड़द की दाल, लाल मिर्च, बेसन से बनी चीजें, हलवाई की मिठाइयां, बासी भोजन, प्रदूषित जल, फ्रिज में रखी वस्तुएं, बेमौसम के फल, खट्टा-बासी दही, शहद, सरसों का साग, सरसों का तेल का सेवन ना करें।
4. पेट की गर्मी को दूर करेगा शुद्ध जल-
गर्मी के कारण पेट में उत्पन्न हुई गर्मी को दूर करने के लिए शुद्ध जल अधिक उपयोग करें। हर घंटे बाद एक गिलास शुद्ध जल लें। पेट की गर्मी में नीबू का शरबत, नीबू-चाय, ग्लूकोज मिला ठंडा पानी, जौ का पतला सत्तू । खरबूजा खाने के बाद शरबत पीना, मौसमी फलों के रस विशेष लाभदायक होता है
परहेज-
पीने के लिए बर्फ मिला पानी नहीं लें। फ्रिज का पानी पीना पड़े तो उसे थोड़ी देर बाहरी वातावरण में रखने के बाद पिएं ताकि उसकी अति शीतलता कम हो जाए।
फ्रिज का अतिशीतल पानी पीने और आइसक्रीम खाने से गले सर्दी-जुकाम और अपच की शिकायतें हो सकती हैं। खराश, टांसिल्स में दर्द की शिकायत हो सकती है
विशेष हानिकारक-
शराब और अन्य नशे, धूम्रपान, तंबाकू, मांसाहार, अंडे आदि शरीर में गर्मी पैदा करने वाली वस्तुएं गर्मियों की ऋतू में विशेष रूप से हानिकारक सिद्ध होती हैं। पेट की गर्मी अक्सर गर्मी के मौसम में होती है इसलिए ऊपर बताएं गये खान पान में सुधार करके पेट की गर्मी को कम किया जा सकता है।
जरूरी सूचना: हमारी वेबसाइट स्वास्थ्य संबंधी उपयोगी जानकारी प्रदान करती है परंतु पेट की गर्मी कैसे दूर करें ये जानकारी चिकित्सीय सलाह का विकल्प नहीं है। आप अपने स्वास्थ्य के बारे में कोई भी निर्णय लेने से पहले आपको हमेशा अपने डॉक्टर की सलाह अवश्य लेनी चाहिए।
धन्यवाद
अशोक तिवारी