तुलसी का परिचय
तुलसी का पौधा हमारे शरीर और हमारे मन मस्तिक को स्वस्थ रखने के लिए बहुत उपयोगी है कुछ रोगो में सुबह खाली पेट बिना कुछ खाए तुलसी खाने के बहुत ही लाजवाब फायदे मिलते हैं हमारी भारतीय संस्कृति में तुलसी के महान गुणों के कारण तुलसी को सर्वश्रेष्ठ स्थान दिया गया है
सुबह खाली पेट तुलसी खाने के best फायदे
१. हृदय शक्तिवर्धक तुलसी
ठंडी के मौसम में तुलसी के १० पत्ते और चार बदाम गिरी पांच कालीमिर्च तीनों को पीसकर आधा गिलास पानी में एक चम्मच शहद के साथ लेने से सभी प्रकार के हृदय रोग ठीक हो जाते हैं।
२. खांसी जुकाम व दमा में तुलसी के फायदे
तुलसी के पत्तों का रस एक चम्मच, प्याज का रस एक चम्मच, अदरक का रस एक चम्मच, शहद एक चम्मच इन चारों को आपस में मिला लें तथा दिन में इसे 4 बर ले इस प्रयोग से छाती में जमा बलगम बाहर निकल आएगा और रोग ठीक हो जाता है।
३. आधाशीशी आधे सिर का दर्द में तुलसी के फायदे
सुबह सुबह खाली पेट तुलसी के पत्ते का रस दो चम्मच और शुद्ध शहद एक चम्मच प्रतिदिन सुबह और शाम 15 दिन तक लेने से यह रोग पूरी तरह से ठीक हो जाता है।
४. चेचक में तुलसी के फायदे
जब चेचक माता निकल रही हो तो सुबह प्रतिदिन तुलसी के पत्तों का रस पीने से इसके फैलने की संभावना कम हो जाती है और निकले हुए चेचक धीरे-धीरे सही हो जाते हैं।
चेचक के ज्वार में तुलसी के पत्तों के साथ अजवाइन को पीसकर आधा गिलास साफ जल के साथ सेवन करने से चेचक का ज्वर शांत हो जाता है।
५. गले के रोग टॉन्सिलाइटिस में तुलसी के फायदे
तुलसी के पत्ते प्रतिदिन साथ के साथ खाएं और तुलसी की माला पहने इससे यह रोग ठीक हो जाता है।
६. स्त्रियों में बांझपन में तुलसी के फायदे
मासिक धर्म के दिनों में एक चाय का चम्मच भर तुलसी का बीज ले और उसे खूब पीस लें शुद्ध जल के साथ पिए ऐसा करने से गर्भाशय के रोग ठीक हो जाएंगे और 1 वर्ष के अंदर गर्भधारण की क्षमता आ जाएगी।
७. वीर्य संबंधी में तुलसी के फायदे
तुलसी का बीज ५० ग्राम ले और उसे पीस लें ५-५ ग्राम तुलसी बीज का चूर्ण और ५-५ ग्राम गुड के साथ सुबह शाम खाएं इससे धातु की कमजोरी और शीघ्रपतन क्यों रोगों में फायदा होता है।
८. प्रदर रोग में तुलसी के फायदे
प्रदर रोग में चाय के दो चम्मच भर तुलसी के पत्तों का रस और थोड़ा सा जीरा मिलाकर गाय के दूध के साथ पीने से लाभ होता है और मासिक धर्म अधिक रक्तश्राव होने पर तुलसी की जड़ का चूर्ण पान के पत्ते में रखकर खाने से रोग से निजात मिलता है।
९. रक्त प्रदरमें तुलसी के फायदे
तुलसी पत्ते के रस चाय के दो चम्मच लें और सम भाग में मिश्री को पीसकर मिला लें दिन में दो बार इस्तेमाल करें रक्त प्रदर रोग में आराम मिलेगा।
१०. लकवा पक्षाघात में तुलसी के फायदे
तुलसी के पत्ते आवश्यकतानुसार और थोड़ा-सा सेंधा नमक दोनों को पीस लें और इससे थोड़ा सा दही डालकर ठीक प्रकार से मिलाएं और रोग ग्रस्त अंग पर लेप करें
२५. तुलसी की पत्ती को जल में उबालें था रोग ग्रस्त अंग को उसका भाप दे। इससे लकवा या पक्षाघात रोग में आराम मिलता है।
११. कुष्ठ या कोढ़ रोग में तुलसी के फायदे
तुलसी के पत्ते को प्रतिदिन खाएं और तुलसी के पत्ते का रस को प्रभावित अंग पर मालिश करें
१२. बाला या नारू रोग में तुलसी के फायदे
इस बीमारी में त्वचा से लंबे धागे की तरह कीड़ा निकलता है और यह जहां से निकलने वाला होता है वहां पर सूजन आ जाती है सूजन वाले स्थान पर तुलसी की जड़ को पीसकर उसका लेप लगाने से कीड़ा २ इंच तक ऊपर आ जाता है अब कीड़े को बांधे और लेप लगाना जारी रखें ऐसा करने से पूरा कीड़ा बाहर आ जाएगा। लेकिन लेप को बराबर लगाते रहना चाहिए इससे बाला का घाव भर कर धीरे धीरे ठीक हो जाएगा।
जरूरी सूचना: हमारी वेबसाइट स्वास्थ्य संबंधी उपयोगी जानकारी प्रदान करती है परंतु ये जानकारी चिकित्सीय सलाह का विकल्प नहीं है। बताया गया यह उपचार सामान्य प्रकार के अवस्था में प्रयोग किया जा सकता है यदि समस्या गंभीर है तो किसी योग्य चिकित्सक से संपर्क करें तथा उसके परामर्श के अनुसार दवा ले
धन्यवाद
अशोक तिवारी