बीपी कम होने के लक्षण, कारण, और घरेलू उपाय
Low BP Symptoms in Hindi
लो बीपी या निम्न रक्तचाप में ह्रदय द्वारा पूरे दबाव से रक्त को धमनियों में फेंका जाता है। जिसके कारण रक्तचाप सामान्य से नीचे आ जाता है। जिसेे निम्न रक्त्तचाप या लो ब्लड प्रेशर कहते हैं।
प्रश्न उठता है कि (बीपी लो क्यों होता है,और बीपी कम होने के लक्षण )क्या है? ऐसी स्थिति अधिकांश शरीर की अंतरिक कार्य प्रणाली के कमजोर होने के कारण होता है। शरीर के लिए आवश्यक मात्रा में पौष्टिक भोजन नहीं मिलने अथवा आयु अधिक बढ़ जाने से या रोग होता है। विटामिन बी सी और प्रोटीन उचित रूप से नहीं मिलने पर शरीर का रक्तचाप कम रहने लगता है। गुर्दे, आतें या मूत्राशय के विकार भी इस रोग के कारण हो सकते है।
बीपी कम होने के लक्षण-
रोगी को बीपी कम होने के लक्षण निम्नलिखित लक्षण दिखाई देते हैं
बीपी कम होने के लक्षण (low bp symptoms in hindi)
- लो बीपी के के रोगी सुस्त रहने और कमजोर महसूस होने की शिकायत करते हैं।
- लो बीपी में रोगी को सिर चकराने, और सुस्त रहने की समस्या हो सकती है
- कभी-कभी लो बीपी के कारण रोगी मूर्छित भी हो जाता है।
लो बीपी के मुख्य कारण-
- लंबी अवधि तक बार बार असफलता,
- निराशा,
- प्रेम-स्नेह का अभाव भी इस रोग को जन्म देता है।
तो चलो आगे जानते है कि बीपी कम होने के लक्षण जानने के बाद इसे कैसे ठीक किया जा सकता है, अपनी खान पान और दिनचर्या में सुधार करके कुछ घरेलू उपाय के द्वारा बीपी कम होने के लक्षण को सही किया जा सकता है
चलो हम जानते हैं कि
लो बीपी के कुछ घरेलू उपाय:
१. लो बीपी में चुकंदर का रस के फायदे- आधा गिलास चुकंदर का ताजा रस सुबह और आधा गिलास शाम को नित्य सात दिन तक पीने रहने से रोग मुक्त हुआ जा सकता है।
२. लो बीपी में जटामासी के फायदे- जटामांसी की २० ग्राम मात्रा को २५० ग्राम पानी में उबालकर उसके चार बराबर भागों में बांट ले।इस पानी को दिन में चार बार छानकर पिएं लो बीपी में लाभ मिलता है।
३. लो बीपी में हींग के फायदे- लो बीपी के रोगी को अपने भोजन में शुद्ध हींग का उपयोग अवश्य करना चाहिए। इससे रोग शीघ्र ठीक हो जाता है।
४. लो बीपी में संतरा, नारंगी या आंवला के फायदे- संतरा नारंगी और आंवला इन फलों के रस में नमक डालकर नित्य पीने से निम्न रक्तचाप रोगी १०-१५ दिन में स्वस्थ लाभ प्राप्त कर लेता है।
५. लो बीपी में करें मट्ठे का इस्तेमाल- दिन में दो बार एक गिलास मट्ठा नित्य पीने से लो बीपी में पर्याप्त लाभ मिलता है।
६. दूध, दही और घी- लो बीपी के रोगी को उचित मात्रा में जितना वह सरलता से पचा सके नित्य दूध, दही ,घी का सेवन करना चाहिए।
७. लो बीपी में नमक और नींबू के प्रयोग- लो बीपी में नमक खाने की मात्रा सामान्य से कुछ अधिक बढ़ा देने से लाभ होता है। रोगी को चाहिए कि जब तक रक्तचाप सामान्य स्थिति में नहीं आए वह प्रतिदिन एक चम्मच नमक पानी में मिलाकर ले। इसके लिए एक चम्मच नमक और चार समान भागों में बांट लें। तथा दिन में चार बार एक एक गिलास शुद्ध जल के साथ लें। इस जल में एक नींबू का रस निचोड़ लें।
दैनिक दिनचर्या और आहार-
तो चलो जानते हैं कि लो बीपी में क्या खाना चाहिए
- लो बीपी के रोगी को अपने भोजन में फल, हरी सब्जियां, दूध आदि का अधिक उपयोग करना चाहिए। तथा गरिष्ठ और तली हुई भोज्य पदार्थों का सेवन ना करें।
- लो बीपी या निम्न रक्तचाप वाले लोगों को अपने पेट को साफ रखने के लिए त्रिफला का सेवन करना चाहिए। यदि आवश्यकता हो तो एनिमा लेकर आंतों को साफ कर लेना अच्छा रहता है।
- नित्य हल्का व्यायाम प्राणायाम करना तथा प्रातः स्वच्छ वायु में भ्रमण करना बहुत लाभदायक सिद्ध होता है।
- कुछ आदतें जैसे अधिक देर तक जागना, ज्यादा समय तक खाली पेट रहना, बेकार की चिंता करना आदि हानिकारक आदतों का त्याग कर देना चाहिए।
- परमात्मा की परम शक्ति तथा करुणा पर दृढ़ विश्वास रखते हुए अपने कर्म को पूरी योग्यता से करना चाहिए और फल की चिंता उसी परम शक्ति पर छोड़ देना एक ऐसा सर्वश्रेष्ठ मनोवैज्ञानिक तथा आध्यात्मिक उपाय है जिसे अपनाकर निम्न रक्तचाप के रोगी ही नहीं वरन् सभी व्यक्ति मानसिक शांति और स्वस्थ लाभ प्राप्त कर सकते हैं।
जरूरी सूचना: हमारी वेबसाइट स्वास्थ्य संबंधी उपयोगी जानकारी प्रदान करती है परंतु बीपी कम होने के लक्षण ये जानकारी चिकित्सीय सलाह का विकल्प नहीं है। आप अपने स्वास्थ्य के बारे में कोई भी निर्णय लेने से पहले आपको हमेशा अपने डॉक्टर की सलाह अवश्य लेनी चाहिए।
धन्यवाद
अशोक तिवारी