Wellhealthorganic tips उच्च रक्तचाप आहार लक्षण व घरेलू उपचार

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जाने उच्च रक्तचाप आहार लक्षण व घरेलू उपचार (Wellhealthorganic tips)

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हमारी भागदौड़ भरी जिंदगी में हमें स्वास्थ संबंधित अनेक समस्याओं का सामना करना पड़ता है इसी में से एक बीमारी का नाम है उच्च रक्तचाप, हाइपरटेंशन,और हाई ब्लड प्रेशर आदि के नामो से भी जाना जाता है। इस लेख में हम आपको बतायेंगे उच्च रक्तचाप के लक्षण व उपचार,आहार, और कारगर देसी घरेलू उपचार, के बारे में जानकारी देंगे।(Wellhealthorganic tips)

Wellhealthorganic tips उच्च रक्तचाप आहार लक्षण व घरेलू उपचार

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उच्च रक्तचाप के लक्षण व घरेलू उपचार (Wellhealthorganic tips)

ब्लड प्रेशर यूके (Blood Pressure UK) के अनुसार उच्च रक्तचाप से पी‍ड़ित केवल एक तिहाई लोग ही यह जानते हैं कि उन्हें उच्च रक्तचाप की समस्या है, हाँलाकि दुनिया भर में लगभग एक अरब से ज्यादा लोग इससे प्रभावित हैं।

इस समस्या से निजात पाने के लिए कुछ लोग दवाइयों का सेवन भी करते हैं लेकिन उच्च रक्तचाप से काबू पाने के लिए आप चाहे तो कुछ देसी दवाऐं और घरेलू उपाय को करके हमेशा स्वस्थ रह सकते हैं।Wellhealthorganic tips उच्च रक्तचाप

उच्च रक्तचाप के लक्षण :-

उच्च रक्तचाप (हाई ब्‍लड प्रेशर) वाले अधिकांश लोगों में कोई भी लक्षण दिखाई नहीं देते हैं। उच्च रक्तचाप की पुष्टि करने के लिए आमतौर पर इसकी जाँच कराने की आवश्यकता होती है।
हालाँकि, कुछ मामलों में जहाँ किसी व्यक्ति का रक्तचाप अधिक बढ़ा होता है, तो उन्हें निम्न लक्षण अनुभव हो सकते हैं:

  • नाक से खून का बहना।
  • धुँधला या दोहरा दिखाई देना।
  • तेज सिर दर्द होना।
  • कुछ भी समझने और बोलने में कठिनाई होना।
  • सांस लेने में परेशानी महसूस होना।
  • पैर अचानक सुन्न हो जाना।
  • थकावट और ज्यादा तनाव होना।
  • सीने में दर्द और भारीपन के अनुभूति होना।
  • घबराहट महसूस होना।
  • आंखें लाल होना।
  • पैरों में सूजन का बढ़ना।
  • स्किन पर अचानक लाल धब्बे उभरना।

यदि आप निम्न में से कोई लक्षण अनुभव करते हैं तो तुरंत डॉक्टर की सलाह लें।

उच्च रक्तचाप के कारण :-

उच्च रक्तचाप असंतुलित जीवन शैली और आहार के कारण तो होता ही है लेकिन इसके और भी कई कारण होते हैं जैसे:

  • मोटापा, मोटे व्यक्तियों में बीपी बढ़ने का खतरा आम व्यक्ति से ज्यादा होता है।
  • चाऊमीन, मोमोज, पिज्जा,बर्गर आदि का निरंतर खाने में इस्तेमाल करने से।
  • नमकीन खाद्य पदार्थों का ज्यादा सेवन करने से।
  • धूम्रपान और शराब का अधिक सेवन करने से।
  • शुगर, दिल के रोग गुर्दे के रोग से ग्रसित होते हैं एवं जिनकी धमनिया कमजोर होती हैं उसमें उच्च रक्तचाप होने की संभावना रहती है।
  • शारीरिक श्रम न करना जो लोग खेलकूद व्यायाम और कोई भी शारीरिक मेहनत नहीं करते हैं तथा आराम तलब जीवन जीते हैं उन्हें उच्च रक्तचाप का खतरा ज्यादा रहता है।
  • मानसिक तनाव।
  • एंजायटी।
  • उच्च रक्तचाप का पारिवारिक इतिहास होना।
  • आयु (उम्र बढ़ने के साथ इसका खतरा भी बढ़ता जाता है) 

ऐसी कुछ परिस्‍थितियाँ और भी है जिनके कारण भी उच्च रक्तचाप की समस्या पैदा हो सकती है जैसे :-

गुर्दे के रोग

  • ऑब्सट्रक्टिव स्लीप एपनिया (Obstructive sleep apnoea )
  • ग्लोमेरुलोनेफ्राइटिस (Glomerulonephritis)

हार्मोन समस्याएँ 

जिसमें –

  • अंडरएक्टिव थाइरॉइड (underactive thyroid),
  • ओवरएक्टिव थाइरॉइड (overactive thyroid),
  • कुशिंग्‍स सिंड्रोम (Cushing’s syndrome, acromegaly),
  • एक्रोमेगली (acromegaly),
  • हाइपरएल्डोस्‍टीरोनिज्‍म (hyperaldosteronism),
  • फाइक्रोमोसीटॉमा (phaeochromocytoma)
  • स्कलेरोडर्मा (Scleroderma) शामिल हैं 

ऐसी कुछ दवाइयाँ भी है जिनसे कारण उच्च रक्तचाप उत्‍पन्‍न हो सकता है, जैसे :-

  • स्‍टेरॉइड दवाइयाँ (Steroid medication)
  • ओरल कंट्रासेपटिव गोली (The oral contraceptive pill)
  • हार्मोन रिप्लेसमेंट थैरेपी (Hormone replacement therapy)
  • कुछ कीमोथैरेपी ( chemotherapy) और
  • इम्‍यूनोसप्रेसेंट (immunosuppressants)जैसे
  • टेक्रोलीमस (Tacrolimus) और
  • सायक्लोस्पोरिन (cyclosporine) 

कुछ प्राकृतिक दवाइयाँ

जिनमें विशेष रूप से मुलेठी का उपयोग किया गया हो

कुछ नशीली दवाइयाँ

एम्फेटामाइंस और कोकेन आदि भी उच्च रक्तचाप के कारण हो सकते हैं।

उच्च रक्तचाप के नुकसान :-

उच्च रक्तचाप ( hypertension ) एक घातक बीमारी है इसके कारण दिल की धमनियों पर अतिरिक्त दबाव उत्‍पन्न होता है, जिससे दिल का दौरा (heart attack) और स्ट्रोक (stroke) जैसी जानलेवा स्थिति पैदा हो सकती है।

उच्च रक्तचाप होने से बचने के उपाय: (Wellhealthorganic tips)

समय-समय पर रक्तचाप की जांच करवाते रहना चाहिए जैसे उच्च रक्तचाप का लक्षण पता चले तुरंत ही आहार और जीवनशैली में थोड़ा बदलाव लाएं ताकि बीमारी को पूरी तरह से नियंत्रण में किया जा सके

दैनिक दिनचर्या में खान पान एवं आहार में बदलाव करके हाई ब्लड प्रेशर ( High BP ) को काफी हद तक कम किया जा सकता है। शोधों से पता चला है कि कुछ तरह के खाद्य पदार्थ कम और ज्यादा समय में  ब्लड प्रेशर को कम कर सकते हैं। उच्च रक्तचाप रोगी को स्वस्थ रहने के लिए इस प्रकार का आहार लेना चाहिए

उच्च रक्तचाप के लिए आहार:

  • कम फैट वाले भोजन, साबुत अनाज, फल, और हरी सब्जियां।
  • मैग्नीशियम कैल्शियम और प्रोटीन से भरपूर खाद्य पदार्थ खाने चाहिए।
  • बिना मलाई दूध, हरी सब्जियां, सोयाबीन। दाल, लहसुन, प्याज, और संतरे खाने चाहिए।
  • मेवा में २ से ४ अखरोट ४ से ६ बादाम खाना चाहिए।
  • पानी अधिक मात्रा में पीना चाहिए।
  • खीरा, मूली, गाजर, टमाटर, और प्याज को सलाद में इस्तेमाल करें। 
  • इसके साथ साथ वजन को कम करें। प्रतिदिन ३० से ४०मिनट तक व्यायाम और योगा करें   

उच्च रक्तचाप में (परहेज ) क्या ना खाएं:

  • नमक का इस्तेमाल कम करें दिन में ६ ग्राम से ज्यादा नमक ना खाएं।
  • शराब का सेवन ना करें।
  • कॉफी और चाय का सेवन कम करें।
  • धूम्रपान ना करें।
  • भोजन करते समय ऊपर से नमक और ना डालें।
  • बाहर की बनी हुई चीजें जैसे बर्गर पिज्जा आदि का सेवन ना करें।
  • सॉस अचार चटनी अजीनोमोटो बेकिंग पाउडर खाने से परहेज करें।
  • डिब्बाबंद खाद्य पदार्थों का सेवन ना करें।
  • जितना संभव हो सके गुस्सा और तनाव से दूर रहें।
  • तैलीय एवं फैटी खाद्य वस्तुओ का परहेज करें।

तो चलो हम आगे जानते की गाजर, नारियल पानी,अजवाइन, पिस्ता, ब्रोकली से हाई बी.पी. कैसे दूर करते हैं-

उच्च रक्तचाप को नियंत्रित करने के लिए कुछ घरेलू उपाय :-

१. उच्च रक्तचाप में गाजर पालक का रस के फायदे

 गाजर पालक का रस रक्तचाप को नियंत्रित रखने के लिए एक बेहतर घरेलू उपाय हो सकता है । दोनों को एक साथ ग्राइंडर से एक गिलास जूस तैयार कर ले दिन में दो बार पिये एक बात का ध्यान रखें जब भी पिए तो ताजा जूस पीऐ। गाजर में क्लोरोजेनिक, पीकौमरिक और कैफिक एसिड जैसे फेनोलिक कंपोनेंट ज्यादा मात्रा में होते हैं। जो ब्लड वेसेल्स को रिलेक्स देने के साथ-साथ सूजन भी कम करते हैं, जिससे ब्लड प्रेशर के लेवल को कम करने में मदद मिलती है।

२. उच्च रक्तचाप में नारियल पानी के फायदे

नारियल के पानी में खनिज और लवण पर्याप्त मात्रा में मौजूद होते हैं जो धमनियों में रक्त प्रवाह के असंतुलन को शांत करने में मदद करते हैं शोधकर्ताओं का मानना है कि नारियल पानी में पोटेशियम तत्त्व होता है जो रक्तचाप को कम करने में अहम भूमिका निभाता है । पोटेशियम रक्त में सोडियम के स्तर को संतुलित करता है और हाई ब्लड प्रेशर की दवा के रूप में आप नारियल का इस्तेमाल कर सकते हैं।

३. उच्च रक्तचाप में तरबूज के फायदे (Wellhealthorganic tips)

तरबूज उच्च रक्तचाप को कम करने के लिए एक गुणकारी फल है इंटरनेशनल स्पोर्ट्स डाइटिशियन स्वाति बथवाल बताती है

तरबूज आपको वजन घटाने में भी मदद करता है क्योंकि इसमें कैलोरी बहुत कम होती है जिससे आपको वजन कम करने और  ब्लड प्रेशर को कम करने में मदद मिलती है तरबूज में (L Citrulline) एल सिट्ललाइन होता है जो एक प्राकृतिक यौगिक है और अमीनो एसिड में समृद्ध होता है। यह रक्त के प्रवाह को बेहतर बनाने में मदद करता है जिससे ब्लड प्रेशर कंट्रोल रहता है।”

 ४. उच्च रक्तचाप में अजवाइन के फायदे (Wellhealthorganic tips)

आयुर्वेद के अनुसार अजवाइन एक ऐसी औषधि है जो हाई बीपी को कंट्रोल कर सकता है परांठे सब्जी और अन्य तरीके से भारतीय खाने में इस्तेमाल किए जाने वाले इस छोटे से बीज में भरपूर एंटीऑक्सीडेंट पाए जाते हैं कई शोध में यह दावा किया गया है कि अजवायन के औषधीय गुण ब्लड प्रेशर के स्तर को भी कंट्रोल करने में काफी मददगार हो सकते हैं

अजवाइन में एंटी हाइपरटेंसिव तथा एंटी स्पास्मोडिक  गुण होते हैं जो कि हाई ब्लड प्रेशर के लिए फायदेमंद बनाते हैं वैसे तो आप अजवाइन के बीजों को चबाकर भी खा सकते हैं लेकिन अगर आपके लिए यह करना मुश्किल है तो इसे आप पानी के साथ भी ले सकते हैं

इसके लिए रात को एक कप पानी में दो चम्मच सूखे भुने हुए अजवाइन को बीजेपी को दें और सुबह से पानी को वाले छाने और ठंडा करने के बाद इसे पी ले

५. उच्च रक्तचाप मेंअलसी और चिया के बीज के फायदे (Wellhealthorganic tips)

अलसी और चिया के बीज बहुत छोटे होते हैं लेकिन औषधीय गुणों से भरपूर होते हैं इसमें पोटेशियम, मैग्रीशियम और फाइबर होती है, जो हेल्दी ब्लड प्रेशर को रैगुलेट करने का काम करता है।

६. उच्च रक्तचाप में ब्रोकोली के फायदे

ब्रोकोली मे फ्लेवोनॅइड्स और एंटीऑक्सीडेंट तत्व पाए जाते हैं जो ब्लड वेसल्स के और शरीर में नाइट्रिक ऑक्साइड के स्तर को बढ़ाकर ब्लड प्रेशर को कम करने का काम करती है ।

७. उच्च रक्तचाप में पिस्ता के फायदे (Wellhealthorganic tips)

पिस्ता हाई बीपी वालों के लिए एक वरदान है उच्च रक्तचाप की समस्या होने वाले व्यक्तियों को पिस्ता का इस्तेमाल अपने आहार में जरूर करना चाहिए
एक गिलास पानी में कुछ आवश्यकतानुसार पिश्ते को शाम को भिगो दें सुबह नाश्ते के बाद इस पानी को पीकर पिस्ता खा लें बेहतर परिणाम के लिए 3 महीना तक लगातार करें हाइपरटेंशन की समस्या से निजात मिलेगी।

८. कद्दू के बीज

कद्दू के बीजों को पोषक तत्वों का खजाना कहा जाए, जो गलत नहीं होगा। जिन लोगों का अक्सर ही बीपी हाई रहता है, उन्हें कद्दू के बीज जरूर सेवन करना चाहिए। कद्दू के बीज नाइट्रिक ऑक्साइड का उत्पादन करते हैं जो दिल की धड़कन को नियमित करता है जिससे दिल की बीमारियों का जोखिम कम होता है  ब्लड प्रेशर को कम करने में बहुत मदद मिलती है।

९. खट्टे फल

हाई बीपी की समस्या वाले लोगों को खटट्टे फल खाने चाहिए। नींबू ,अंगूर, संतरा,खट्टे फलों में ब्लड प्रेशर को कम करने की क्षमता होती है। चूंकि ये सभी फल मिनरल और विटामिन से भरपूर हैं, इसलिए ये हाई ब्लड प्रेशर जैसे ह्दय रोग के जोखिम कारकों को कम करके दिल को स्वस्थ रखने में काफी मदद कर सकते हैं। इन फलों को आप खाएं और सलाद में शामिल करें या फिर बीपी को कंट्रोल करने के लिए इनका जूस बनाकर पी सकते हैं।

१०. उच्च रक्तचाप में टमाटर के फायदे (Wellhealthorganic tips)

 उच्च रक्तचाप की समस्या होने पर टमाटर इस्तेमाल में लाया जा सकता है। टमाटर पोटेशियम और कैरोटेनलॉइड पिंगमेंट लाइकोपीन से भरपूर है। (लाइकोपीन) का आपके दिल के स्वास्थ्य पर बहुत अच्छा प्रभाव पड़ता है। पोषक गुणों से भरपूर टमाटर को खाने से हाई ब्लड प्रेशर से जुड़े दिल के रोग के जोखिम को कम किया जा सकता है। इसे आप सब्जी और सलाद के रूप में इस्तेमाल कर सकते हैं। 

११. उच्च रक्तचाप में प्याज के रस के फायदे

 उच्च रक्तचाप की शिकायत होने पर प्याज का रस एक चम्मच शहद के साथ २ से ३ सप्ताह तक सुबह सुबह ले इससे हाई ब्लड प्रेशर को नियंत्रित किया जा सकता है।

१२. अर्जुन की छाल और हद्या अमृता का एक साथ सेवन करने से हाई बीपी में लाभ मिलेगा।

 १३.  बादाम रोगन से पैरों के तलवों की मालिश करें। इससे लाभ मिलेगा। 

 १४. एसिडिटी के कारण अगर हाई बीपी की समस्या बढ़ गई हैं तो  रोजाना खाली पेट लौकी का जूस पिएं इसमें आप स्वाद के लिए नींबू और पुदीना भी डाल सकते है।  

 ५.  दूध में हल्दी, शिलाजीत और व्यचमनप्राश डालकर पिएं।

 १६. सप्ताह में एक बार अंकुरित मेथी का सेवन अवश्य करें।

. दिनभर गर्म पानी पिएं। लेकिन अधिक बीपी होने पर इसे ना पिए।

१८. खीरा, करेला, टमाटर और गिलोय और सदाबाहर और लौकी डालकर जूस बना लें। इससे हाई ब्लड प्रेशर के साथ हाइपरटेंशन की समस्या से भी छुटकारा मिलेगा।

 १९. अगर हाई बीपी के कारण या तनाव के कारण आपको अच्छी तरह से नींद नहीं आ रही है तो सौंफ का पानी पिएं।

 २. आंवला एलोवेरा का जूस रोजाना पिएं।

जरूरी सूचना:  हमारी वेबसाइट स्वास्थ्य संबंधी उपयोगी जानकारी प्रदान करती है परंतु ये जानकारी चिकित्सीय सलाह का विकल्प नहीं है। आप अपने स्वास्थ्य के बारे में कोई भी निर्णय लेने से पहले आपको हमेशा अपने डॉक्टर की सलाह अवश्य लेनी चाहिए।

धन्यवाद

अशोक तिवारी

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