मधुमेह रोग के कारण लक्षण और घरेलू उपचार
दोस्तों इस लेख में आज मैं मधुमेह रोग के कारण लक्षण और मधुमेह रोग किस विटामिन की कमी से होता है? तथा घरेलू उपचार के बारे में जानकारी दूंगा। मधुमेह आज के समय में सर्वाधिक प्रचलित रोगों में से एक रोग है जिसे कुछ लोग इसे आधुनिक सभ्यता का अभिशाप भी कहते हैं अमेरिका ने इसे मृत्यु का आठवां और अंधेपन का तीसरा सबसे बड़ा कारण माना है।
मधुमेह के आंकड़े निरंतर भयावह बढ़ते जा रहे हैं। इनके बढ़ने का सबसे प्रमुख कारण हमारी आदतों में हो रहे बदलाव है यह यह रोग अग्न्याशय में स्थित लैंगरहैंस द्वारा एक विशिष्ट हार्मोन इंसुलिन का पर्याप्त मात्रा में निर्माण न कर पाने के कारण होता है जो कि यह हारमोंस शरीर को शर्करा के सामान्य प्रयोग के लिए समर्थ बनाता है इसकी कमी के कारण रक्त में शर्करा की मात्रा बढ़ जाती है तथा शर्करा की मात्रा एक निर्धारित स्तर के ऊपर होते ही गुर्दे इसके अतिरिक्त मात्रा को मूत्र में निष्कासित कर देते हैं।
इसलिए चिकित्सकों के द्वारा मधुमेह की जांच के लिएके मूत्र के परीक्षण का भी परामर्श दिया जाता है। मधुमेह रोग किस विटामिन की कमी से होता है मधुमेह रोग किस विटामिन की कमी से होता है?
मधुमेह के प्रकार
मधुमेह दो प्रकार के होते हैं
(1) टाइप 1 मधुमेह
(2) टाइप 2 मधुमेह
मधुमेह रोग होने के कारण :-
* टाइप १ मधुमेह में यह प्रतिरक्षा प्रणाली शरीर के खिलाफ काम करती है और अग्न्याशय में इंसुलिन पैदा करने वाली कोशिकाओं पर हमला करती है इस प्रकार का मधुमेह रोग अनुवांशिक या आपर्यावरणीय कारकों के कारण हो सकता है।
* टाइप २ मधुमेह में इंसुलिन प्रतिरोधक द्वारा विशेष चयापचय विकार है शरीर प्रभावी ढंग से उपयोग करने में असमर्थ होता है यह यह स्थिति कई कारको के कारण होती है जैसे :-
* मोटापा
* उच्च रक्तचाप
* उच्च कोलेस्ट्रॉल
* शारीरिक गतिविधि का अभाव
* जीवन शैली के आदतें जैसे धूम्रपान
* मधुमेह का परिवारिक चिकित्सा इतिहास
* उम्र बढ़ने के कारण
* पॉलीसिस्टिक अंडाशय सिंड्रोम
* तनाव या अवसाद
* गर्भावधि
अब प्रश्न उठता है कि मधुमेह रोग किस विटामिन की कमी से होता है तो इसके लिए कुछ मामलों में विटामिन डी की कमी होने का कारण पाया जाता है कई शोधों में पाया जा चुका है कि विटामिन डी और टाइप २ डायबिटीज का आपस में संबंध होता है। यदि शरीर में विटामिन डी की कमी होती है तो पेनक्रिएटिक क्रिया ठीक ढंग से काम नहीं कर पाती जिसके कारण शरीर में इंसुलिन बनने की क्रिया पर प्रभाव पड़ता है इसलिए विटामिन डी का सेवन मधुमेह के रोगियों को अवश्य करना चाहिए।
रोग के लक्षण :-
मधुमेह के लक्षण निम्नलिखित प्रकार के हैं
(१) वजन कम होना
(२) लगातार पेशाब आना
(३) घाव धीरे-धीरे भरना
(४) संक्रमण या त्वचा की समस्या
(५) जी मिचलाना और उल्टी
(६) धुंधली दृष्टि होना
(७) अधिक प्यास लगना या निर्जलीकरण
(८) चक्कर आना
(९) भूख
(१०) थकान लगना
शुगर कंट्रोल करने के लिए घरेलू उपचार –
(१) सुबह एक कप गर्म पानी में ग्रीन टी का एक बैग दो-तीन मिनट तक भिगोकर रखें फिर बैग निकाले और इसे पिएं।
(२) ब्लड शुगर के स्तर को कम रखने के लिए 1 महीने तक लगातार 1 ग्राम दालचीनी अपने आहार में शामिल करें
(३) नीम की मुलायम पत्तियों का रस खाली पेट पीना चाहिए नीम इंसुलिन संग्राहक संवेदनशीलता को बढ़ाता है तथा रक्त वाहिकाओं को प्रसारित करके रक्त परिसंचरण में सुधार लाता है ब्लड ग्लूकोज के लेवल को कम करता है।
(४) 10 मिलीग्राम आंवले के जूस को 2 ग्राम हल्दी के पाउडर में मिलाकर सेवन करने से डायबिटीज पर नियंत्रण पाया जा सकता है इस घोल को दिन में दो बार लेना चाहिए।
(५) करेला का रस शुगर की मात्रा को कम करता है करेले का रस नियमित रूप से पीने पर डायबिटीज पर नियंत्रण रहता है।
(६) जामुन को काले नमक के साथ खाने से खून में शुगर की मात्रा नियंत्रित होती है।
(७) मेथी के दाने को एक गिलास पानी में रात में भिगो दें सुबह उठकर खाली पेट इस पानी को पिएं साथ में दाने को भी चबाएं नियमित तौर पर ऐसा करने से डायबिटीज कंट्रोल हो जाएगी।
(८) सुबह खाली पेट अलसी का चूर्ण गर्म पानी के साथ लेने से डायबिटीज को कम किया जा सकता है।
(९) गेहूं के छोटे-छोटे पौधों का ताजा रस आधा कप सुबह-शाम पीने से डायबिटीज में लाभ होता है ।यह रस असाध्य बीमारियों को भी मिटा सकता है।
(१०) तुलसी के दो तीन पत्ते प्रतिदिन खाली पेट ले। तथा इसका रस भी ले सकते हैं। तुलसी के पत्तों में एंटी ऑक्सीडेंट बाकी जरूरी तत्व मौजूद होते हैं जिनसे इजिनाल मेथिल इजिनाल और कैरीयोफैलिन बनते हैं यह सारे तत्व मिलकर इंसुलिन जमा करने वाली और छोड़ने वाली कोशिकाओं को ठीक से काम करने में मदद करते हैं।
(११) खीरा टमाटर और करेले का मिक्स जूस सुबह सुबह खाली पेट पीने से डायबिटीज में बहुत फायदा होता है
(१२) शलजम के इस्तेमाल से भी ब्लड शुगर कम होता है शुगर के रोगी को तरोई लौकी परवल पपीता पालक आदि का खाने में ज्यादा इस्तेमाल करना चाहिए
(१३) अंजीर के पत्तों को सुबह खाली पेट चबाने या पानी में उबालकर पीने से शुगर कंट्रोल में रहता है।
(१४) व्यायाम को दिनचर्या में शामिल करना चाहिए।
मुझे उम्मीद है की आप लोग इस लेख में मधुमेह रोग के कारण लक्षण और मधुमेह रोग किस विटामिन की कमी से होता है? के बारे भलीभांति जान गए होंगें।
मधुमेह के रोगी को अपने खानपान में ज्यादा ध्यान देना होता है जिन चीजों में ग्लाइसेमिक इंडेक्स ज्यादा है यह शुगर लेवल को बढ़ाने का काम करता है ऐसी चीजों को खाने से परहेज करना चाहिए इनके स्थान पर आप दूसरा हेल्दीऑप्शन चुन सकते हैं।
चीनी, मिठाई ,शरबत, आम, अंगूर, केला, आलू, चावल, से परहेज करना चाहिए नारंगी और सेव ले सकते हैं चावल में ब्राउन राइस लिया जा सकता है,सफेद चीनी के स्थान पर ब्राउन शुगर कम मात्रा में लिया जा सकता है समय-समय पर शुगर की जांच कराते रहना चाहिए यदि समस्या गंभीर है तो किसी योग्य फिजीशियन से परामर्श लेने उपरांत घरेलू उपचार करें।
जरूरी सूचना: हमारी वेबसाइट स्वास्थ्य संबंधी उपयोगी जानकारी प्रदान करती है परंतु मधुमेह रोग किस विटामिन की कमी से होता है? ये जानकारी चिकित्सीय सलाह का विकल्प नहीं है। आप अपने स्वास्थ्य के बारे में कोई भी निर्णय लेने से पहले आपको हमेशा अपने डॉक्टर की सलाह अवश्य लेनी चाहिए।
धन्यवाद
अशोक तिवारी
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