निमोनिया के लक्षण क्या है कारण, और best घरेलू उपचार

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निमोनिया के लक्षण, क्या है,कारण, और घरेलू उपचार

दोस्तों आज मै इस लेख में निमोनिया के लक्षण, कारण, और घरेलू उपचार के बारे में जानकारी दूंगा। निमोनिया (Pneumonia) एक फेफड़ों का संक्रमण है जो आमतौर पर वायरस, बैक्टीरिया, या अन्य माइक्रोबियल जीवाणुओं के कारण होता है। इससे फेफड़ों के एक या दोनों पुल्मोनरी (यानी, श्वसनांग) भागों में सूजन और तंतु बढ़ जाती है, जिससे रोगी के शरीर में तापमान में बढोत्तरी होने के साथ साथ श्वास लेने में कठिनाई होने लगती है।

निमोनिया के लक्षण क्या है कारण, और best घरेलू उपचार

निमोनिया के कारण :-

यह रोग व्यक्ति के शरीर में रोगों से लड़ने की क्षमता में कमी तथा कुछ विशेष प्रकार की कीटाणु के आक्रमण के कारण होता है

निमोनिया के लक्षण :-

निमोनिया के लक्षण निम्नलिखित हैं

इस रोग में रोगी के एक या दोनों फेफड़ों में प्रदाह और सूजन हो जाती है, जिसके कारण रोगी को सांस लेने में कष्ट का आभास होता है तथा सीने में तेज दर्द रहता है इसमें खांसी और बुखार भी रहता है ये निमोनिया के लक्षण होते हैं निमोनिया एक गंभीर बीमारी है निमोनिया के लक्षण पता चलते ही यथाशीघ्र डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए।

निमोनिया के उपचार :-

रोगी को सबसे पहले घरेलू उपचार के रूप में शुरू शुरू में केवल उसे फलों का रस देना चाहिए फलों के रस में गाजर चुकंदर खीरा प्याज तथा पालक इन सभी को पीसकर के आधा गिलास रस में अच्छी तरह उबला हुआ जल मिलाएं हर 2 घंटे बाद यह मिश्रण रोगी को दें तथा रोगी को 3 दिन तक केवल यही देना है ध्यान रहे कि रोगी को रोटी नहीं देना है वरना रोग बिगड़ सकता है।

फलों के रस के साथ रोगी को गर्म पानी का एनिमा दे तथा बुखार सामान्य तापक्रम पर आ जाने के बाद चीकू, आलूबुखारा, अंगूर, सेब जैसे फल देना चाहिए। फल तथा सब्जी का सेवन 4 दिन तक करने के बाद रोगी को धीरे धीरे संतुलित आहार देने शुरू करना चाहिए और उसके भोजन में गाजर पालक नींबू संतरा सेब अंगूर आंवला इत्यादि की मात्रा भी रहनी चाहिए।

निमोनिया के रामबाण घरेलू उपचार:-

( 1 ) लहसुन को पानी में उबालकर  उसका पानी पिलाने से तथा लहसुन की कच्ची कलियां एक छोटा चम्मच शहद के साथ खिलाने से भी निमोनिया उतर जाता है रोगी को दो-तीन कलियां हर 3 घंटे बाद शहद के साथ खिलाएं , लहसुन को पीसकर उसका लेप सीने पर लगाने से भी लाभ मिलता है इसके अलावा तारपीन तेल का भी मालिश कर सकते हैं।

( 2 ) अलसी एक छोटा चम्मच और काला तिल दो चाय के चम्मच

दोनों को २००मिलीलीटर पानी में उबालकर तथा छानकर उसमें एक चम्मच शहद तथा आदि चुटकी नमक मिलाकर पिलाने से भी रोगी के फेफड़े और गलों में फंसा कफ और अन्य विकार थूक के साथ बाहर निकल जाते हैं।

( 3 ) सूखी मेथी दाना एक चम्मच की चाय बना ले जिसमें नींबू निचोड़ कर के रोगी को पिलाएं ध्यान रहे एक बार में एक ही प्याला चाय पिलाये पूरे दिन में 4 प्याला चाय रोगी को पिलाएं तथा रोग में सुधार होने के साथ-साथ मेथी दाना की मात्रा धीमे-धीमे घटाते जाएं 10 से 15 दिन में रोगी पूर्ण रूप से स्वस्थ हो जाता है।

( 4 ) बुखार अधिक बढ़ने पर शरीर में ठंडी पट्टी रखनी चाहिए और पैर के तलवों के नीचे गर्म पानी की बोतल रखनी चाहिए

नोट :-  निमोनिया एक गंभीर बीमारी है यदि घरेलू उपचार से फायदा ना दिखें तो तुरंत रोगी को  फिजीशियन को दिखाएं और उचित परामर्श लें।

जरूरी सूचना: हमारी वेबसाइट स्वास्थ्य संबंधी उपयोगी जानकारी प्रदान करती है परंतु निमोनिया के लक्षण क्या है कारण, और best घरेलू उपचार ये जानकारी चिकित्सीय सलाह का विकल्प नहीं है। बताया गया यह  उपचार सामान्य प्रकार के अवस्था में प्रयोग किया जा सकता है यदि समस्या गंभीर है तो किसी योग्य चिकित्सक से संपर्क करें तथा उसके परामर्श के अनुसार दवा ले

धन्यवाद

अशोक तिवारी

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