थायराइड के लक्षण और रामबाण इलाज
थायराइड मानव शरीर में पाई जाने वाली सबसे बड़ी अंतः स्रावी ग्रंथि है। यह गले में तितली के आकार का होता है (thyroid meaning in hindi) थायराइड ग्रंथि को (thyroid gland in hindi) अवटु ग्रंथि भी कहा जाता है।
थायराइड के लक्षण रामबाण इलाज अजमाए ये ५ उपाय
अवटुग्रंथि जब बहुत अधिक मात्रा में हार्मोन बनाने लगती है तो शरीर उर्जा का उपयोग निश्चित मात्रा से अधिक करने लगता है। इसे हाइपरथाइराडिज़्म कहते हैं।
और जब अवटुग्रंथि पर्याप्त मात्रा में हार्मोन नहीं बना पाती तो शरीर, उर्जा का उपयोग निश्चित मात्रा से कम करने लगता है। इस अवस्था को हाइपोथायराडिज़्म कहते हैं।
प्रश्न उठता है कि थायराइड रोग क्यों होता है? थायराइड के लक्षण और उसके कारण क्या है ?
ये दोनों असमान्य अवस्थाएँ किसी भी आयु वाले व्यक्ति में हो सकती है यह बीमारी पुरुषों की तुलना में पांच से आठ गुणा ज्यादा महिलाओं में होती है। एलोपैथिक चिकित्सा में थायराइड विकार के लिए स्टेरॉयड का इस्तेमाल की सलाह दी जाती है जो कि नुकसान देह होता है थायराइड को जड़ से खत्म करने के लिए आयुर्वेदिक चिकित्सा को सबसे अच्छा माना जाता है आप थायराइड का घरेलू उपचार करके जीवनशैली को बेहतर बना सकते हैं।
थायराइड बीमारी के प्रकार (Type of thyroid)
थायराइड बीमारी के दो प्रकार होते हैं
१. हाइपरथायराइडिज्म (hyperthyroidism) थायराइड का बढ़ना।
२. हाइपोथायराइडिज्म (hypothyroidism) थायराइड का कम होना।
इस लेख में हम आगे जानेगें थायराइड के लक्षण वैसे तो थायराइड के लक्षण अलग अलग कई प्रकार के होते हैं।
थायराइड के लक्षण (thyroid Symptom)
जैसा कि आप ऊपर बताया जा चुका है कि थायराइड रोग दो प्रकार के होते हैं तथा दोनों के लक्षण अलग-अलग होते हैं जो इस प्रकार है:-
१. हाइपरथायराइडिज्म ( थायराइड का बढ़ना )
हाइपरथायराइडिज्म (thairaid bimari in hindi) थायराइड का बढ़ना, थायराइड ग्रंथि की अतिसक्रियता के कारण T4 और T3 हार्मोन जरूरत से ज्यादा उत्पन्न होने लगते हैं फल स्वरूप शरीर ज्यादा ऊर्जा का इस्तेमाल करने लगता है यह समस्या महिलाओं में पुरुषों की अपेक्षा ज्यादा पाई जाती है इस प्रकार इनकी थायराइड के लक्षण पहचान इस प्रकार से कर सकते हैं :-
१. घबराहट
२. दिल की धड़कन का बढ़ना
३. चिड़चिड़ापन
४. बालों का पतला होना एवं झड़ना
५. अनिद्रा
६. महिलाओं में मासिक धर्म की अनियमितता
७. हड्डी में कैल्शियम की कमी
८. हाथों का कांपना
९. मेटाबॉलिज्म का बढ़ जाना
१०. पुरुषों में ब्रेस्ट का विकास
आप लोग हाइपरथायराइडिज्म थायराइड के लक्षण के बारे में जान गए होंगे लेकिन थायराइड के लक्षण कुछ लक्षण को देखते ही शीघ्र उपचार की आवश्यकता होती है जैसे चक्कर आना, सांस लेने में परेशानी, बेहोशी, तेज और अनियमित हार्टबीट।
२. हाइपोथायराइडिज्म (थायराइड का कम होना)
हाइपोथायराइडिज्म (thairaid bimari in hindi)थायराइड का कम होना।
थायराइड के अल्प सक्रियता के कारण रोगी की पहचान थायराइड के लक्षण और परेशानियो से की जा सकती है:-
१. ब्लड में कोलेस्ट्रॉल का स्तर बढ़ जाना
२. कंफ्यूज रहना सोचने समझने में असमर्थ होना
३. अधिक ठंड लगना (सर्दी के प्रति अधिक संवेदनशील होना)
४. दिल की धड़कन की गति धीमी होना
५. नाखूनों का पतला होना
६. त्वचा में सूखापन और खुजली होना
७. कोई चीज बार-बार भूलना
८. चेहरे और आंखों में सूजन
९. कब्ज
१०. पसीने में कमी
११. मेटाबोलिज्म धीमा पड़ने के कारण वजन का बढ़ना
१२. अवसाद
१३. महिलाओं में मासिक धर्म की अनियमितता । (२८ दिन की साइकिल का ४०दिन या उससे अधिक दिन का होना)
१४. कब्ज
१५. महिलाओं में इसके कारण बांझपन आ सकता है
१६. हमेशा थकान बना रहना।
थायराइड रोग होने के कारण (Thyroid Causes)
थायराइड रोग होने के निम्न कारण हो सकते हैं:-
* भोजन में आयोडीन की मात्रा का कम या ज्यादा होने से थायराइड ग्रंथियों पर विशेष रूप से प्रभाव पड़ता है।
* आहार में सोया उत्पादन का अधिक इस्तेमाल करने के कारण।
* अधिक तनावपूर्ण जीवन शैली से भी थायराइड हारमोंस की सक्रियता पर असर पड़ता है।
* महिलाओं में गर्भावस्था के समय हार्मोन असंतुलन देखा जाता है क्योंकि इस समय शरीर में कई प्रकार के हार्मोनल बदलाव होते हैं।
* यह रोग अनुवांशिक भी हो सकता है।
* बढ़ता वजन और मोटापा।
* मधुमेह के कारण।
और अन्य कारणों से भी थायराइड रोग हो सकता है जैसे हाशिमोटो रोग, थायराइड ग्रंथि में सूजन, गंडमाला रोग,विटामिन बी१२ की कमी, आयोडीन की कमी, ग्रेव्स रोग आदि।
थाइराइड रोगियों के लिए आहार (Diet for thyroid)
अनाज – सत्तू, पुराना चावल, ब्राउन राइस।
दाल- अरहर चना मूंग मसूर।
फल- केला अनार संतरा सेब पपीता,अनानास एवोकाडो मौसमी फल नारियल आम नारंगी अनार जामुन शकरकंद फालसा आदि का इस्तेमाल करना चाहिए।
सब्जियां- लौकी, तरोई, करेला, परवल, आलू, मिर्च, प्याज, कद्दू, मशरूम, धनिया पत्ता, करी पत्ता आदि।
और इसके साथ साथ अजवाइन, ग्रीन टी, सूरजमुखी के बीज, मखाना, बादाम, काली मिर्च, नारियल पानी, आदि का इस्तेमाल करना चाहिए।
थायराइड के मरीजों को क्या नहीं खाना चाहिए-
फल और सब्जियां- खट्टे अंगूर, गाजर, बैगन, नींबू, पत्तेदार सब्जियां, टमाटर, कटहल, अरबी, सोयाबीन पत्ता गोभी, फूल गोभी, भिंडी, मूली, और ब्रोकली का सेवन ना करें।
अनाज- मैदा, नया चावल ,अंकुरित अनाज।
दाल- उड़द छोले राजमा कुलथ के साथ-साथ अन्य चीजें जैसे ग्लूटेन वाली चीजें, सोया फूड,चाय या कॉफी,रेड मीट, मिठाई, शराब आदि का सेवन ना करें।
थायराइड का रामबाण इलाज अजमाए ये ५ उपाय-
थायराइड के लक्षण की जानकारी होने के बाद आप अपनी जीवनशैली में परिवर्तन करके तथा कुछ घरेलू नुस्खों को अपनाकर महिला, पुरुष तथा बच्चे बढ़े हुए थायराइड को कंट्रोल में रख सकते हैं। थायराइड का रामबाण इलाज अजमाए ये ५ टिप्स आवला, दही, नारियल तेल, हल्दी दूध और लौकी।
थायराइड का रामबाण इलाज
१. दही –
सामग्री
* दही एक कप
* काला नमक थोड़ा स्वाद के लिए
प्रयोग करने का तरीका-
दिन में दो बार खाने के साथ या खाने के बाद प्रयोग करें। दही आयोडीन युक्त एक पदार्थ है जो शरीर में आयोडीन की कमी से होने वाले थायराइड कि समस्या को पूरा करके इस रोग के लक्षण को दूर करने में मदद कर सकता है। ध्यान रहे रात में दही का सेवन ना करें।
२. आवला –
सामग्री
* आंवला चूर्ण एक चम्मच
* गुनगुना पानी एक गिलास
प्रयोग करने का तरीका –
* आंवले के चूर्ण को एक गिलास गर्म पानी में मिलाकर पिएं।
* दिन में दो बार पिए।
आंवले को हाइपर थायराइड के इलाज में रामबाण कहा जाता है एक शोध में माना गया है की आंवला में हेप्टोप्रोटेक्टिव गुण होता है जो लीवर को सुरक्षा प्रदान करता है आंवला हाइपर थायराइड के लक्षण को कम कर के थायराइड के उपचार में सहायक सिद्ध हो सकता है।
और जाने आंवला के फायदे
३. लौकी –
सामग्री
* १०० ग्राम कटी हुई छोटे टुकड़ों में लौकी छिलके सहित
* एक चुटकी काली मिर्च
* आधा ग्राम काला नमक
* ५ से ६ पुदीने की पत्तियां
* एक गिलास पानी
* ४ से ५ बूंद नींबू का रस
प्रयोग करने का तरीका –
एक गिलास पानी में लौकी के टुकड़ा और पुदीना की पत्तियां मिक्सर में डाल कर पीस लें तैयार हुए जूस को गिलास में छानकर ले जिसमें अब काला नमक नींबू और काली मिर्च डालकर पिए।
सुबह खाली पेट प्रतिदिन पीने से लाभ मिलता है इंदौर मध्य प्रदेश के देवी अहिल्या विश्वविद्यालय द्वारा किए गए शोध में पाया गया कि लौकी के अलग-अलग किए गए खास तत्व पेरीप्लोगेनिन में एंटी थायराइड तत्व पाया जाता है यह तत्व बढे हुए थायराइड के प्रभाव को कम करता है। लौकी से थायराइड का रामबाण इलाज किया जा सकता है।
४. नारियल तेल –
एक चम्मच शुद्ध नारियल तेल को एक गिलास गर्म पानी में मिला कर के सेवन कर सकते हैं अगर ऐसा पसंद नहीं है तो खाने में नारियल तेल का इस्तेमाल कर सकते हैं।
५. हल्दी और दूध –
शुद्ध पिसी हल्दी को दूध में पकाकर प्रतिदिन इस्तेमाल करने से थायराइड रोग में आराम मिलता है।
इसके अलावा ऊपर बताए गए आहार में बदलाव करके थायराइड रोग से काफी हद तक छुटकारा पाया जा सकता है।
जरूरी सूचना: हमारी यह वेबसाइट स्वास्थ्य संबंधी उपयोगी जानकारी प्रदान कराती है परंतु थायराइड के लक्षण ये जानकारी चिकित्सीय सलाह का विकल्प नहीं है। आप अपने स्वास्थ्य के बारे में कोई भी निर्णय लेने से पहले आपको हमेशा अपने डॉक्टर की सलाह अवश्य लेनी चाहिए।
धन्यवाद
अशोक तिवारी
धन्यवाद