बुढापे में खुशहाल रहने के अच्छे तरीके Good tips
प्रत्येक व्यक्ति के दिमाग में एक सवाल जरूर आता है कि आखिर इस भागदौड़ भरी जिंदगी में क्या हम खुश है? क्या हम अपनों को खुश रख पा रहे हैं? लेकिन यह सवाल तब और ज्यादा महत्वपूर्ण हो जाता है जब हम युवावस्था के बाद आयु के तीसरे पड़ाव में पहुंचते हैं. तो यह जरूरी हो जाता है कि बुढ़ापे में खुशहाल अपने को कैसे रखा जाए कुछ अच्छे तरीके को अपनाकर हम बुढ़ापे में खुशहाल रह सकते हैं।
तो आइए हम जानते हैं कि बुढ़ापे में खुशहाल रहने के कुछ अच्छे तरीके-
दैनिक दिनचर्या का रक्खे ध्यान
नियमित ऐसा दिनचर्या बनायें ताकि स्वयं को सक्रिय रख सकें. सक्रियता आपको स्वस्थ और प्रसन्न रखेगी. इसके लिए छोटे-छोटे लक्ष्य बनायें. जैसे रोज़ 20-25 मिनट टहलना. रूटीन पूर्वक संतुलित आहार लेना, योगा और प्राणायाम करना आदि।
बुढापे में खुशहाल रहने के लिए हमेशा कुछ नया सीखें
जब व्यक्ति कुछ नया सीखने के लिए प्रयासरत रहता है तो उसकी रचनात्मकता उसे ख़ुशी देती है. इसके कारण व्यक्ति व्यस्त रहता है और चिंता वाली भावनाओं से भी दूर रहता है. इसलिए जब भी टाइम मिले तो कुछ नया सीखने का प्रयास करते रहना चाहिए।
बुढापे में खुशहाल रहने के लिए दूसरे की निंदा से दूर रहें
दूसरे की निंदा से कुछ देर की ख़ुशी तो मिल सकती है लेकिन जब हम निरंतर निंदा करते रहते हैं तो इससे ऊर्जा नष्ट होती है. अंततः क्रोध बढ़ेगा जिससे शारीरिक नुकसान भी पहुंचा सकता है. इसलिए दूसरे की निंदा करने तथा निंदा सुनने दोनों से दूर रहना चाहिए।
जो आपके नियंत्रण में ना हो उसके बारे में ज्यादा न सोचें
कुछ ऐसी बातें जिन पर हमारा कोई नियंत्रण नहीं है, उन पर हमेशा सोच-विचार करते रहना निरर्थक है. ऐसे बातों से दूर रहने के लिए आप अपने को किसी सकारात्मक कार्य में व्यस्त रखें.
अपने में मस्त रहना सीखें यह भी संभव हो सकता है कि आपके घर के युवा सदस्य व्यस्तता के कारण आपको समय ना दे पाए इसलिए स्वयं को किसी ना किसी क्रियाकलाप में अपने को व्यस्त रखें आपकी दिनचर्या अच्छी निकलेगी और घर वाले भी आपसे खुश रहेंगे।
धन्यवाद
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